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यह कहानी राघव नाम के एक शादीशुदा आदमी की है रावण की पत्नी का नाम शिवानी था उन दोनों ने लव मैरिज की थी और दोनों एक दूसरे से बहुत प्यार करते थे लेकिन उन दोनों के घरवालों को उनकी शादी मंजूर नहीं थी इसलिए राघव अपनी पत्नी शिवानी के साथ किसी दूसरे शहर में रहने लगा कुछ महीनों के आवाज शिवानी को एक बेटी हुई वह दोनों बहुत खुश थे और दोनों ही अपनी बेटी को बहुत प्यार करते थे उन्होंने अपने बेटे का नाम पर ही रखा था अब वे दोनों अपने छोटे से परिवार में खुशी खुशी अपनी जिंदगी जी रहे थे पर ये धीरे-धीरे बड़ी होने लगी थी सागर के ज्यादातर काम पर रहने की वजह से वह अपनी बेटी को कम समय दे पाता था लेकिन शिवानी घरेलू औरत थी जो परी का बहुत अच्छी तरह से खयाल रखती थी और पर भी हर समय अपनी मां के पास रहती थी वक्त गुजरता गया और परी अब तीन साल की हो चुकी थी वह अपने पापा ज्यादा अपनी मां को प्यार करती थी वैसे तो सभी बच्चे जब छोटे होते हैं तो अपनी मां को ही ज्यादा प्यार करते हैं क्योंकि उनके पापा को बाहर से पैसा कमाने की वजह से इतना टाइम नहीं मिल पाता कि वह अपने बच्चों के साथ बहुत ज्यादा समय बिता सकें इसलिए पर भी अपनी मां को ज्यादा प्यार करती है थी वे तीनों बहुत खुशी से अपना जीवन जी रहे थे लेकिन भगवान को शायद कुछ और ही मंजूर था और फिर एक दिन शिवानी की किसी दुर्घटना में मौत हो गई राघव शिवानी की मौत का सदमा सहन नहीं कर पा रहा था और उसने आत्महत्या करने का फैसला किया लेकिन अपनी प्यारी बेटी परी के लिए उसने खुद को संभाला और आत्महत्या का प्लान कैंसिल कर दिया वो हर समय अपनी पत्नी के गम में डूबा रहता था और उसकी बेटी भी हर समय अपनी मां के लिए रोती रहती थी मीण कि नागर की इस हालत को देखते हुए उसके एक दोस्त ने उसे दूसरी शादी करने को कहा लेकिन वह अपनी पत्नी से इतना प्यार करता था कि उसकी जगह पर वह किसी दूसरी औरत को अपनी जिंदगी में लाने की कल्पना भी नहीं कर सकता था राघव कई दिनों से अपने काम पर भी नहीं गया था और परिवार बार अपनी मां का प्यार पाने के लिए रोती रहती थी मीणा उसे आप समझ नहीं आ रहा था कि वह क्या करें एक दिन शाम के समय राघव टीवी देख रहा था तभी टीवी में एक मूवी चलने लगी जिसमें एक आदमी अपनी बेटी से मिलने के लिए और तो कपड़े पहन लेता है उस मोदी को देखकर राघव के दिमाग में एक आइडिया आया कि वह भी अपनी बेटी के लिए उसकी मां बनेगा फिर वह इंटरनेट पर इस बारे में जानकारी हासिल करने लगा कि एक आदमी को औरत बनने के लिए क्या-क्या करना होता है और फिर उसने औरतों के कपड़े और मेकअप के बारे में काफी कुछ सीख लिया उसके बाद वह मार्किट से काफी सामान खरीद लाया प्रोफ अपने बाल साफ़ करने वाले क्रीम निकाली और अपनी पूरी बॉडी पर लगा ली है और कुछ देर के बाद नहाने चला गया उस समय उसकी बेटी आराम से सो रही थी फिर नहाने के बाद व सिद्ध अपने रूम में गया और शिवानी के अलमारी खोलने लगा राघव के अलमारी खोलते ही उसके सामने शिवानी के रंग-बिरंगे कपड़े गहने और मेकअप का सामान रखा था राघव को यह देखकर शिवानी की याद आ गई और वह रोने लगा फिर कुछ देर के बाद वो शांत हुआ और शिवानी के कपड़ों में से उसकी एक ब्रा पैंटी निकाल कर पहन ली उसके बाद राघव ने हरे रंग का एक ब्लाउज पहना और फिर एक टिकट पहन लिया राघव को यह देखकर काफी खुशी हुई कि शिवानी के कपड़े उसे बिल्कुल फिट आ रहे थे तो फिर उसने हरे रंग की साड़ी ली और YouTube के सहायता से बहुत साड़ी पहन ली और फिर अपना मेकअप करने लगा सबसे पहले स्नेह फाऊंडेशन लगाया फिर आंखों में काजल और होंठों पर लिपस्टिक लगा ली फिर उसने अपने हाथों में हरे रंग की चूड़ियां पहनी और पैरों में पायल पहन ली उसके बाद अपने हाथों और पैरों के नाखूनों पर नेल पॉलिश लगाई और उसने एक भी अपने सिर पर सेट कर ली जिसको मार्केट से खरीद कर लाया था कि जब उसने पूरी तरह से तैयार होकर खुद को शीशे में देखा तो वह बिल्कुल शिवानी जैसा लग रहा था राघव को औरतों के कपड़े पहनना पसंद नहीं था लेकिन अपनी बेटी के लिए उसने अपनी पत्नी की साड़ी और ब्लाउज पहन लिया था फिर अपनी बेटी परी के पास गया और उसे जगाया जैसे ही परी ने राघव को देखा तो तुरंत ही मम्मी कहते हुए राघव के गले लग गई और कहने लगी मम्मी आप कहां थी मैं आपको बहुत याद कर रही थी मीणा अब आप मुझे कभी भी छोड़कर मत जाना यह सुनकर मुझे बहुत खुशी हुई और मैंने भी पर इसे कहा हां मेरी गुड़िया रानी अब मैं तुम्हें छोड़कर कभी नहीं जाऊंगी फिर कई दिन तक राघव ने अपनी पत्नी की साड़ी पहनी और साड़ी पहनकर एक घर का खाना बनाने लगा और घर के सब काम करने लगा अब पर भी अपनी मां को पाकर बहुत खुश थी और ऐसे ही काफी दिन निकल गए थे कि वो कई दिन से औरत बनकर घर में ही रह रहा था और अपने काम पर भी नहीं गया था जिसकी वजह से उसे नौकरी से निकाल दिया गया और परी भी अब लगभग अपने पापा को भूल ही चुकी थी फिर राघव ने फैसला किया कि अब वह हमेशा के लिए शिवानी बंद कर देगा और यही सोचकर उसने अपना घर बदल दिया और दूसरे शहर में अपनी बेटी के साथ उसकी मम्मी बनकर रहने लगा अब उसे अच्छी तरह से और तो के कपड़े पहनने आ गए थे और उसने सही से मेकअप करना भी सीख लिया था फिर एक दिन राघा बाजार से कुछ सामान लेकर आ रहा था तभी उसे पड़ोस में रहने वाली एक औरत मिली और उसने लाभ को एक औरत समझकर उससे बात करना शुरू कर दिया और पूछने लगी कि तुम्हारे पति कहां है यह सुनकर राजा हैरान रह गया कि उस औरत ने उसे यह क्या पूछ लिया फिर राघव ने कहा कि मेरे पति की एक्सीडेंट में मौत हो गई है और अब मैं अपनी बेटी के साथ रहती हूं फिर उस औरत ने पूछा कि तुम्हारी शादी के समय तुम्हारे नाक और कान नहीं छिदवाए गए थे क्या यह सुनकर राघव सोच में पड़ गया कि अब क्या जवाब दूं फिर कुछ सोचकर उसने कहा नाक और कान तो छिंदवाड़ा मेह लेकिन काफी दिन से कुछ न पहनने की वजह से बंद हो गए हैं फिर राघव कुछ जरूरी काम बताकर जल्दी से वहां से निकल गया नहीं तो वह औरत पता नहीं उससे और क्या पूछने लगती फिर उसने घर आकर सारा सामान घर में रख दिया और सोचने लगा कि इससे पहले कोई उसे दोबारा से टोटके या पहचाने उससे पहले ही उसे अपने नाक और कान छिदवा लेने चाहिए फिर वह अपनी बेटी परी को गोद में लेकर सुनार के पास गया और अपने नाक और कान में छेद करा लिए अब वो खुद को एक औरत की तरह महसूस करने लगा था फिर राघव घर गया और को सब्जी काटने लगा तब उसके दिमाग में आया कि अब उसके पैसे खत्म होते जा रहे हैं यहां पर अब उसके पास कोई नौकरी भी नहीं है अगर ऐसा ही चलता रहा तो आगे चलकर उसे और उसकी बेटी को काफी परेशानी हो सकती है फिर उसने कहीं काम करने का फैसला किया लेकिन तभी उसे महसूस हुआ कि उसके काम पर जाने के बाद उसकी बेटी किसके पास रहेगी अब वह फिर से आदमी बनकर भी काम नहीं कर सकता था नहीं तो उसकी बेटी को मां का प्यार कहां से मिलता उसे कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्या करें और यही सोचते-सोचते है उसने खाना बना लिया और फिर अपनी बेटी के साथ मिलकर खाना खाया और सो गया अगले दिन जब वह जागा तो उसने नहा-धोकर एक सुंदर से साड़ी पहनी और फिर नाश्ता बनाने लगा यहां पर कि नाश्ता करने के बाद जो इंटरनेट पर जॉब ढूंढने लगा काफी देर के बाद उसे एक पोस्ट दिखाई दी जिसमें लिखा था कि एक छोटी बच्ची की देखभाल के लिए किसी औरत की जरूरत है और जो घर के काम भी जानती हो उसे पढ़कर राघव ने सोचा यह जो मेरे काम की लगती है इससे मुझे कुछ पैसे भी मिल जाएंगे और मैं अपनी बेटी को भी अपने साथ ले जाया करूंगा फिर उसने उस पोस्ट में लिखे हुए मोबाइल नंबर पर कॉल किया और उससे जॉब के बारे में बात कर ली उस पोस्ट पर करने वाले का नाम अजय था फिर उसने अपनी बेटी को साथ में लिया और अजय के घर पहुंच गया वह यह सोचकर डर रहा था कि कहीं अजय उसे पहचान न ले फिर जब अजय ने उसको देखा तो पूछने लगा आप शिवानी है ना तभी राघव ने कहा जी हम मैं ही शिवानी हूं और मैंने भी आपसे कम के लिए बात की थी मीणा जाने का आप अपनी बेटी को साथ में क्यों लाई है तो रागा बोला इसके पापा आप दुनिया में नहीं है और मेरी बेटी अभी छोटी है इसलिए मैं इसको अपने साथ ही ले आई फिर अजय ने कहा ठीक है हम मेरे घर में काम कर सकती हैं मेरी एक बेटी है जो पांच साल की है और आपको उसकी देखभाल करनी है और घर के काम भी करने हैं फिर राघव ने कहा जी मैं कर लूंगी फिर अजय बोला तो आज से काम शुरू कर दो यह सुनकर आप घर में झाड़ू उठाई और घर की साफ-सफाई करने लगा और फिर हाथ मुंह धो कर खाना बनाने लगा अब उसे साड़ी ब्लाउज पहन कर घर के काम करने की आदत हो चुकी थी राघव यह सोचकर खुश था कि अजय ने उसको एक असली औरत ही समझा तभी अजय की बेटी वहां आ गई उसका नाम पायल था फिर अजय ने अपनी बेटी से कहा पायल बेटी यह देखो शिवानी आंटी है और आज चाहिए तुम्हारी देखभाल करेंगी कि मुझे ऑफिस में बहुत काम रहता है और तुम अपने शिवानी आंटी की सारी बात हुआ था और यह उनकी बेटी है इसे अपनी छोटी बहन समझना फिर राघव ने अजय को खाना दिया और वह ऑफिस के लिए निकल गया फिर सारा दिन घर ने अजय के घर में नौकरानी बनकर काम किया और फिर शाम को अजय के घर आने पर अपनी बेटी पर इसको लेकर अपने घर आ गया अब राघव का यही काम हो गया था कि वह रोज अजय के घर में झाड़ू पोछा करता था और उसकी बेटी का ख्याल रखता था और साथ में अपनी बेटी परी की भी बहुत अच्छी तरह से देखभाल करता था अब पायल भी परी की देखा-देखी राघव उर्फ शिवानी को मम्मी कह कर बुलाने लगी थी और राघव उसे अपनी बेटी परी की तरह ही प्यार करने लगा था फिर एक दिन अजय ने अपनी बेटी के मोह से शिवानी को मम्मी कहते हुए सुन लिया तो अजय को भी अच्छा लगने लगा कि चलो अब उसकी बेटी को अपनी मम्मी की याद नहीं आएगी तो फिर ऐसे ही धीरे-धीरे दिन बीत रहे थे और फिर एक दिन अजय ने राघव को काम करते हुए देखा और कहने लगा शिवानी आपने अपनी दूसरी शादी क्यों नहीं कि आप तो अभी तक काफी जवान और खूबसूरत हैं यस्मिन का राघव शर्मा गया और मजाक में कहने लगा परी के पापा के जाने के बाद मुझे अभी तक कोई पसंद ही नहीं आया है और फिर अजय भोला तुम मुझे अच्छी लगती हो क्या तुम मुझसे शादी करोगी यह सुनकर राजा के होश उड़ गए और वह कहने लगा कि मैं आपसे शादी नहीं कर सकती अजय बोला क्यों नहीं कर सकती आखिर क्या कमी है मुझे में यह सुनकर राघव काफी सोच में पड़ गया और सोचने लगा कि अगर आपको सच्चाई बता दी तो मेरा काम भी छूट जाएगा और अगर सच्चाई नहीं बताई तो वह वैसे भी मेरा पीछा नहीं छोड़ेगा इसलिए राघव ने आज आपको सब कुछ सच-सच बता दिया कि वह एक आदमी है और अपनी बेटी को मां का प्यार देने के लिए औरत बनकर रहता है यह सुनकर आप भी चौंक गया और काफी देर तक सोचने के बाद कहने लगा मुझे खुशी है कि तुमने मुझे सच्चाई बता दी लेकिन शिवानी तुम मुझे पूरी तरह से एक औरत नजर आती हो और तुम्हारे अंदर एक पत्नी बनने के सारे गुण मौजूद है और मैंने देखा है कि तुम किस तरह मेरी बेटी की मां बनकर ऊपर ख्याल रखती हो तुम चाहे जो कि हो लेकिन मुझे तुम्हारे अंदर पायल की मम्मी नजर आती है इसलिए मैं तुमसे शादी करना चाहता हूं राघव ने कभी सोचा भी नहीं था कि उसे एक मां बनने के बाद किसी आदमी की पत्नी भी बनना पड़ेगा काफी सोच-विचार के बाद उसने अजय की पत्नी बनने के लिए हां कर दिया और फिर कुछ ही दिन में उसने अजय के साथ शादी कर ली अब उसने सोच लिया था कि वह अब कभी आदमी की जिंदगी नहीं जीतेगा क्योंकि उसे अपनी बेटी को मम्मी का प्यार जो देना था इसलिए उसने अपना ऑपरेशन करा लिया और पूरे तरह से औरत बन गया अब वह हमेशा एक सुहागन औरत की तरह साड़ी ब्लाउज पहनकर और गले में मंगलसूत्र पहनना रहता है और अपनी दोनों बेटियों को बहुत प्यार करता है और इस तरह राघव ने अपनी बेटी के लिए खुद की जिंदगी भी कुर्बान कर दी और न चाहते हुए भी अपनी बेटी की मां बनकर एक औरत की जिंदगी जीने लगा हूं

टिप्पणियाँ

  1. बहुत ही अच्छी कहानी है, मुझे भी ऐसा ही लाइफस्टाइल पसंदहै

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