एक अनोखी किटी पार्टी। पति का बीवी की साड़ी पहनकर पार्टी में जाना
इस कहानी के सभी पात्र और घटनाएं काल्पनिक है इसका किसी भी व्यक्ति या घटना से कोई संबंध नहीं है और यह कहानी केवल मनोरंजन के लिए है यदि किसी व्यक्ति या घटना से इसकी समानता होती है तो मात्र एक संयोग होगा मेरा नाम मनीष है और मेरी उम्र 30 साल है मैं मुंबई का रहने वाला एक शादीशुदा आदमी हूं मेरी पत्नी का नामला है और शीला की उम्र 28 साल है मेरा खुद का बहुत बड़ा बिजनेस है और शीला हाउसवाइफ है लेकिन वह कभी-कभी मुझे हेल्प करने के लिए ऑफिस में आ जाती है और हम दोनों एक दूसरे से बहुत प्यार करते हैं लेकिन हमारी अरेंज मैरिज हुई थी हमारी शादी के दो साल हो चुके थे और मेरा बिजनेस शहर में होने की वजह से हम दोनों शहर में है रहते हैं और मेरे स भी परिवार के लोग गांव में रहते थे इसके अलावा किशन नाम का मेरा बहुत अच्छा दोस्त भी है जो मेरे बिजनेस को आगे बढ़ाने में मुझे बहुत हेल्प करता है और मैं जब भी कहीं बाहर जाता था तब ऑफिस का सारा काम वही करता था और उसकी अभी-अभी शादी हुई थी भाभी जी का नाम करीना है और वह मेरी बीवी की बहुत अच्छी सहेली बन गई थी और वो लोग भी हमारे घर के पास में ही रहते थे फिर ऐसे ही खुशियों से हमारे दिन बीतने लगे और जब से करीना भाभी आई थी तब से मेरी बीवी शीला मुझे काम ज्यादा हेल्प नहीं करती थी और करीना भाभी के साथ किटी पार्टी में ज्यादा घूमती थी और मैंने भी उसे घूमने से मना नहीं किया था लेकिन मैंने उसे कहा था कि तुम जहां पर जाओ मुझे बताकर जाना क्योंकि मुझे तुम्हारी बहुत फिक्र होती है तो शीला ने कहा ठीक है मैं आपको बताकर ही जाऊंगी लेकिन कुछ दिनों से मैं परेशान था क्योंकि शीला कुछ ज्यादा ही पैसे खर्च करने लगी थी और मैंने यह बात मेरे दोस्त किशन को बताई तो उसने मुझे कहा कि किटी पार्टी से महिला एक कभी-कभी जुवा भी खेलती है लेकिन हमारी बीवियां ऐसा करती हैं या नहीं वह हमें पता नहीं था लेकिन वह जिस तरह से पैसे खर्च कर रही थी उसे तो हमें ऐसा ही लग रहा था फिर मैंने किशन को कहा अब छोड़ो भी हमारी बीवियां अच्छी है ऐसा काम नहीं करती है और हम दोनों अपने-अपने काम में लग गए क्योंकि कल रविवार था और हमारे ऑफिस में छुट्टी है फिर हमने शाम तक काम किया और फिर शाम को काम पूरा करके घर पर चले गए और घर जाते ही शीला ने खाना बनाकर ही रखा था इसीलिए मैं फ्रेश होकर खाना खाकर सो ही गया क्योंकि मैं पूरा दिन ऑफिस में काम करने की वजह से थक चुका था अगले दिन सुबह सुबह के 9 बजे थे और मैं अभी सो ही रहा था लेकिन शीला नई साड़ी पहनकर रेडी होकर मुझे बिना बताए कहां चली गई वह पता ही नहीं चला और मैं नींद में था इसीलिए उसे कुछ कह भी नहीं पाया फिर मैं उठा और नहा धोकर नाश्ता करने बैठ गया अब सुबह के 10 बज चुके थे और मैं सोफे पर बैठकर टीवी देख रहा था तभी अचानक से मेरा दोस्त किशन मेरे घर आ गया और मुझसे पूछने लगा कि शीला भाभी कहां है तो मैंने उसे कहा कि मुझे नहीं पता वह सुबह-सुबह नई साड़ी पहनकर कहां गई है मेरी यह बात सुनकर किशन ने मुझे कहा कि मेरी बीवी करीना भी घर पर नहीं है और वह किटी पार्टी में जाने की बात कर रही थी और फोन पर किसी से यह भी बात कह रही थी कि हम पुरानी गेम खेलते खेलते बोर हो ग इसीलिए आज कुछ नई गेम खेलेंगे उसकी यह सारी बातें मैंने चुपके से सुन ली थी और मुझे लगता है कि वह जरूर किटी पार्टी में जुआ खेलने वाली है और हमें वहां पर जाना चाहिए ताकि सच्चाई का हमें पता चले तो मैंने किशन की बात सुनकर उसे कहा कि हमें जाना तो चाहिए लेकिन जाए कैसे वहां पर तो सभी महिलाएं ही होती हैं तो हम कैसे जा सकते हैं तो किशन ने मुझे कहा कि मेरे पास इसका एक उपाय है लेकिन आप मुझ पर गुस्सा मत होना तो मैंने उसे कहा कि जल्दी बोलो हमारे पास टाइम नहीं है तो किशन ने कहा कि क्यों ना हम अपनी बीवी की साड़ी पहनकर औरत बनकर पार्टी में शामिल हो तो कैसा रहेगा तो मैंने किशन से कहा कि ठीक है लेकिन हमें साड़ी पहननी नहीं आती है तो कैसे पहने और तुम्हारी बीवी यानी करीना भाभी का ब्लाउज तुम्हें आएगा क्या उसका ब्लाउज तो तुम्हें लूज पड़ेगा तो किशन ने मुझे बताया कि हमारे घर के पास में ही एक ब्यूटी पार्लर मेरी बहुत पुरानी सहेली रहती है वैसे भी वह रविवार को अपनी शॉप बंद रखती है इसीलिए घर पर ही होगी और उसे साड़ी लाने के लिए भी कह दूंगा और वह हमें साड़ी भी पहना देंगी साथ में मेकअप भी कर देंगी तो मैंने किशन से कहा कि अब सोच क्या रहे हो जल्दी से उसे फोन करो और मेरे घर पर आने के लिए बोलो फिर किशन ने उसे फोन किया और जल्दी से सब सामान लेकर मेरे घर पर आने के लिए कहा और थोड़ी ही देर में वह घर पर आ ही गई और मुझसे कहने लगी कि कहां है वह लड़की जिसे साड़ी पहना नहीं है तो किशन ने उसे कहा कि तुम्हें किसी लड़की को साड़ी नहीं पहना नहीं है बल्कि हम दोनों को साड़ी पहनना है इसीलिए आपको बुलाया है तो उसने कहा कि किशन तुम दोनों लड़के हो पता है ना और लड़के थोड़ी साड़ी पहनते हैं तो किशन ने उसे कहा कि ज्यादा सवाल जवाब मत करो कोई और तुम्हें में सब कुछ कहूंगा लेकिन अभी हमारे पास वक्त नहीं है तो उसने कहा ठीक है लेकिन मैं तो सिर्फ एक ही साड़ी लाई हूं तो मैंने ब्यूटी पार्लर से कहा कि यह रही मेरी बीवी की अलमारी इसमें से आप साड़ी निकालो और मुझे पहना देना फिर उसने एक साड़ी निकाली और उसे सब सामान के साथ बेड पर रख दिया फिर उसने हमें एक घंटे के बाद बड़ी अच्छी तरह साड़ी पहना दी थी और औरतों जैसा मेकअप कर दिया था और हमें कहा था कि तुम जभी बाहर निकलो तो लेडीज सैंडल पहनकर ही निकलना नहीं तो तुम्हें कोई पहचान लेगा और फिर वह चली गई उसके जाने के बाद हमने अपने आप को शीशे में देखा तो हम चौक गए क्योंकि हम औरतों जैसे ही लग रहे थे किशन ने अपनी सहेली की ग्रीन ब्लाउज और गुलाबी साड़ी पहनी थी और अपनी सहेली की साड़ी पहनकर और उसके गहने पहनकर और भी ज्यादा सुंदर लग रहा था और सर पर लड़कियों वाली लंबे बालों की वजह से उसे कोई पहचान भी नहीं सकता था कि साड़ी प पहनकर खड़ा है वह लड़की नहीं लड़का है और फिर मैंने उसे मेरी बीवी की सैडल पहना दी ताकि वह ऊपर से नीचे तक एक सुंदर महिला दिखे और उसे कोई पहचान भी ना ले लेकिन रुको रुको में मेरी सुंदरता कैसी है वह बताना तो भूल ही गया मैंने मेरी बीवी की ही साड़ी पहनी थी और मेरी बीवी का यह ब्लैक रंग का ब्लाउज मुझे बहुत अच्छे से फिट आ गया था और उसका यह वाइट पेटी को भी मुझे बहुत अच्छा लग रहा था और मेरे बदन पर लिपटी हुई वाइट रंग की साड़ी बहुत अच्छी थी और इस साड़ी के बीच-बीच में ब्लैक रंग के बने फूल बहुत सुंदर थे और मेरे हाथों में पहनाई गई चिड़ियों की आवाज मुझे एक औरत होने का एहसास दिला रही थी और कानों में झुमके नाक से नत और गले में पहना हुआ हार बहुत ही अच्छा था और पेरों में पहनाई गई पायल बहुत ही सुंदर थी और सर पर लंबे बाल मानो में ही शीला हूं मुझे ऐसा लग रहा था और मेरी सुंदरता में बढ़ावा करने के लिए ब्यूटी पार्लर वाली सहेली ने मेरे कमर के हिस्से पर ब्लैक पेंसिल से तिल बना दिया था और चेहरे पर सुंदर सा मेकअप लेकिन बीवी की वाइट साड़ी और ब्लैक ब्लाउज में क्या ही हॉट लग रहा था और मैंने कभी सोचा नहीं था कि मैं कभी अपनी बीवी की साड़ी पहनूंगी और उसकी साड़ी पहनकर इतना सुंदर दिखू तभी किशन मुझे आवाज लगाई और कहा कि विचारों में ही खोया रहेगा या फिर अब चलेगा भी तो मैंने अलमारी से मेरी बीवी की नई हाय हिल सैंडल निकाल और वह पहन ली लेकिन हमें तो पता ही नहीं था कि वह दोनों किस जगह पर किटी पार्टी करने के लिए गई थी इसीलिए मैंने शिला को फोन करके पूछ लिया कि तुम कहां हो तो उसने बड़ी ही जल्दी में उस जगह का एड्रेस मुझ से कहा और तुरंत ही फोन कट कर दिया अब तो मुझे पक्का ऐसा लग रहा था कि दाल में कुछ काला है फिर हम दोनों घर के बाहर निकले लेकिन घर से बाहर निकलते वक्त में गिरते-गिरते बच गया क्योंकि साड़ी पहनकर चलना और उसे संभालना इतना भी आसान नहीं है और ऊपर से यह हाई हिल की लेडीज सैडल मुझे अच्छी नहीं लग रही थी लेकिन मेरा दोस्त किशन साड़ी पहनकर उसे बड़ी अच्छी तरह संभाल कर चल रहा था उसे देख के मैं हैरान था लेकिन इस सब के लिए मेरे पास वक्त नहीं था फिर दोनों मेरी कार लेकर उस जगह पर पहुंच गए और कार में आए इसीलिए हमें दिक्कत नहीं हुई फिर हम दोनों उस जगह के अंदर पहुंच गए और वहां पर बहुत बड़ा होल था और सब औरतें वहां पर पार्टी कर रही थी लेकिन हमने जो वहां पर देखा तो वह देखकर एक एकदम से बड़ा ही हैरान हो गए क्योंकि सब औरतें अपने छोटे-छोटे बच्चों को लेकर आई थी और सभी औरतें मिलकर बच्चों को नई-नई गेम खिला रही थी और कुछ औरतें अपने बच्चों को खाना खिला रही थी और यह देखकर हम बहुत खुश हो गए और ऐसे ही हम अपने बीवियों पर शक कर रहे थे और फिर हमने सोचा कि हमने आज औरत की तरह साड़ी पहनी है और औरत बने ही है इसीलिए हम भी आज किटी पार्टी को एंजॉय करते हैं और सभी महिला की तरह हम दोनों भी बच्चों के साथ गेम में बिजी हो गए लेकिन हम जल्दी ही थक गए क्योंकि साड़ी को संभालने में हमें दिक्कत हो रही थी इसीलिए हमने सोचा कि हम थोड़ा सा खाना खाएं इसीलिए मैं और किशन खाना खाने के लिए गए और थोड़ी देर में खान खा लिया फिर हम दोनों कोने में खड़े होकर पार्टी देख रहे थे तभी किशन ने देखा कि करीना और शीला भाभी हम जहां खड़े थी उस और ही आ रही हैं यह बात उसने मुझे बताई तो मैंने उसे कहा कि हां यार मैंने कभी संपने में भी नहीं सोचा था कि मैं इस तरह अपनी पत्नी के सामने आऊंगा पता नहीं वह क्या सोचेगी मेरे बारे में मन कर रहा है कि अभी यहां से भाग जाऊं और मैंने किशन से कहा कि अब क्या करें वह दोनों तो हमारी और ही आ रही है लगता है उन्होंने हमें पहचान लिया और मैंने किशन से कहा कि तुम घबरा क्यों रहे हो तुम्हें लगता है वह हमें इस रूप में पहचान पाएंगी मुझे देखो सबसे ज्यादा तो मुझे डरना चाहिए था क्योंकि यह वाइट साड़ी और ब्लैक ब्लाउज मेरी बीवी का है और मुमकिन है कि वह तुंरत मुझे पहचान लेगी फिर भी देखो मैं कितना शांत हूं इतने में वह दोनों हमारे पास आ गए और शीला हमें पूछने लगी कि आप कौन हो बहन हमने तो इससे पहले कभी नहीं देखा आपको आपका नाम क्या है हम दोनों शर्म के मारे नीचे देख रहे थे क्योंकि हमने औरतों जैसे साड़ी तो पहन ली थी और मैकअप कर लिया था और औरत जैसे भी दिख रहे थे लेकिन हमें औरतों जैसी आवाज निकालना नहीं आता था तभी शीला ने मैंने पहनी हुई उसकी साड़ी को देखा और कहा कि यह तो मेरी साड़ी है आपको कहां सी मिली फिर थोड़ी देर चुप रहने के बाद मैंने बोलना शुरू किया तो मेरी आवाज सुनकर वह हैरान हो गई और मुझसे कहा कि मेरी साड़ी पहनकर आप पार्टी में क्या कर रहे हो तब किशन ने सब कुछ सच-सच बता दिया और किशन की बात सुनकर शिला मुझ पर गुस्सा करने लगी और कहने लगी कि मेरे पर आपको इतना भी नहीं विश्वास नहीं है क्या तो मैंने उसे कहा कि ऐसा नहीं शिला लेकिन तभी शीला ने मुझे कहा कि लेकिन लेकिन मुझे कुछ नहीं सुनना है और थोड़ी देर तक मुझे ऐसा ही गुस्सा करती रही फिर शिला का गुस्सा शांत पड़ गया क्योंकि मैंने जो उसकी साड़ी पहनी थी और मुझसे कहा कि आज तुम मेरे साथ ही रहो तुम सब पता चल जाएगा कि मैं पैसों का क्या करती हूं उसके बाद हमने पार्टी में बहुत एंजॉय किया और छोटे बच्चों के साथ बहुत खेल भी लेकिन मेरी बीवी ने मुझे उसके साथ बहुत नचाया और मुझे साड़ी पहनने की आदत नहीं है इसीलिए मुझे साड़ी में नाचने में बहुत दिक्कत हो रही थी लेकिन क्या करता में बीवी के लिए यह सब करना पड़ा अब पार्टी भी पूरी हो चुकी थी और मैं थक भी बहुत गया था इसीलिए मैंने शिला से कहा कि अब चलो भी मैं और किशन साड़ी पहनकर नाचते-नाचते थक चुके हैं तो उसने हमें कहा कि हमने तो आपको नहीं बोला था कि आप साड़ी पहन किटी पार्टी में शामिल हो आप दोनों खुद चलकर हमारी साड़ी पहनकर औरत बनकर पार्टी में आए थे तो हमने कहा कि अब हम माफ भी कर दो और चलो घर पर तो शीला ने कहा अभी भी एक काम बाकी है अपनी कार निकालो और मैं जहां कहती हूं वहां पर चलो फिर मैंने कार निकाली और हम चारों बैठकर वहां से चले गए और शीला हमें एक होटल में ले गई और हमसे कहा कि आप पहले खाना खा लो मैं और करीना भाभी थोड़ी देर में आते हैं हम तो थक गए थे इसीलिए हम जल्दी से खाना खाने लगे और थोड़ी देर खाना खा भी लिया उतने में शिला और करीना भाभी आ गई लेकिन उस दोनों के हाथ में दो बड़े-बड़े प्लास्टिक के बैग थे और उसमें कुछ था लेकिन उन दोनों ने हमें कुछ नहीं बताया और हमें कार लेकर उस जगह पर ले गई जहां पर गरीब बच्चे और उसके माता-पिता रहते थे और कहा कि आज तुम सब लोगों को अपने हाथों से खाना दोगे इसीलिए मैंने और किशन ने मिलकर सभी को खाना दिया और वह लोगों काफी देर से भूखे थे यह देखकर हमारी आंखों में आंसू आ गए तब वहां के सभी बच्चे हमारे पास आए और कहने लगे कि आप मत रो आंटी आप बहुत अच्छी हो आज आपने हमें खाना दिया लेकिन इससे पहले वह दो आंटियां खाना देती थी यह सुनकर मेरी बीवी की ओर देखकर मुझे रोना आ गया और तभी मेरी बीवी मेरे पास आई और मुझे गले से लगा लिया और मुझसे कहा कि अब आपको पता चल ही गया होगा ना कि मैं पैसे कहां पर खर्च करती हूं तब मैंने शिला से माफी मांगी और कहा अब हम दोनों हर रविवार को बच्चों को खाना खिलाने के लिए आएंगे और तुम मुझे अपने हाथों से तुम्हारी साड़ी पहनना और मैं साड़ी पहनकर ही आऊंगा तो शीला ने मुझे कहा कि इसकी कोई आवश्यकता नहीं है हम ऐसे ही आएंगे तो मैंने उसे कहा कि नहीं क्योंकि सभी बच्चों नई आंटी बहुत अच्छी लगी है और बच्चों दिल नहीं तोडूंगा और मैं तुम्हारी साड़ी पहनकर बच्चों के लिए उनकी आंटी बन कर आऊंगा
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